love shayari

shayari-1

तेरी आंखों में एक चमकता तारा नज़र आया है,
किसी ओर में न दिखा वो जो तुझमें नज़र आया है,
बाकी सबसे अलग और सादगी की मूरत हो तुम,
इसलिए तो जो अब तक काबू में रहता था,
वो दिल आपको देख आज बेकाबू हो पाया है .

shayari-2

कसम से दिन बन जाता है मेरा तुझे हूं हस्ता हुआ देख,
फ़िर इन आंखों को भी ज़रूरत नहीं पड़ती किसी और के दीदार की .

shayari-3

देखा मैंने कि चांद बादलों के पीछे छिपता फ़िर रहा है,
कहता है कि अब लोग मेरी नहीं उनकी तलाश में रहते हैं .

shayari-4

बेखोफ़ सी थी मेरी जिंदगी,
फ़िर क्या! बस तू आ गई,
और फ़िर तेरे दूर होने का खोफ़ स्ताने लगा .

shayari-1

जिंदगी का सफ़र कट जाएगा बेहतर अगर साथ तेरा मिल जाए,
भला क्यूं पड़ेगी मुझे ज़रूरत किसी और की, जब मोहब्बत के इज़हार में हाथ तेरा मिल जाए .

shayari-2

छिप गए हैं तारे न निकला है चांद,
देख अब मायूसी के बादल भी छाने लगे हैं,
तू भी अब दिल में मेरे जल्दी से आ जा,
क्यूंकि बहुत से अब अजनबी लोग दस्तक देने आने लगे हैं। .

shayari-3

जिंदगी के साथ चल रही जंग को जीत जाऊं मैं अगर साथ हो तेरा,
इन वीरान सी आंखों में छा जाए हरियाली अगर इन्हें दीदार हो तेरा .

shayari-4

इस खाली से आसमान में देख कितने बादल छाए हैं,
हल्की सी बारिशों के साथ इश्क़ का मौसम भी लाए हैं,
देखकर इन्हें मुझे तो ऐसा मोहब्बत का बुखार चढ़ जाता है,
कि आपकी आंखों में डूबने का मन कर जाता है .

shayari-1

तुम गुलाब के फूल जैसी मैं तेरा कांटा बनना चाहूंगा,
कोई अनजान आए जब पास तेरे उसको चूभ जाना चाहूंगा,
सबको दूर रख़ मैं ख़ुद तेरे नज़दीक रहना चाहूंगा,
तुम गुलाब के फूल जैसी मैं तेरा कांटा बनना चाहूंगा .

shayari-2

पता है कि गहराई में अक्सर डूब जाने का ख़तरा रहता है,
लेकिन फ़िर भी उनकी आंखों में उतरना जारी रखता हूं मैं .

shayari-3

जन्नत का एहसास भी हो जाएगा तुम्हें,
तुम एक बार मेरी आंखों में से अपने आप को देखो तो सही .

shayari-4

ज़रूर क्यामत आई होगी वहां वहां ,
जहां जहां तुमने मुस्कुराया होगा .

shayari-1

तेरी आंखें जैसे कि चमकते तारे हों,
तेरा मुखड़ा जैसे कि घने अंधेरे में निकला चांद हो,
तेरे होंठों पर ये तिल खुशनसीबी से आया है जो,
यूं कर तेरे मुखड़े का दीदार ऐसा लगने लगा है,
कि जैसे किसी ख़ूबसूरत जनत का नज़ारा हो .

shayari-2

ज़रा देरी तो होगी ही इन हसीन आंखों की तारीफ़ करने में,
क्यूंकि अक्सर बेहतरीन शब्द मिलने में वक़्त लिया करते हैं .

shayari-3

मुझे तो उनके साथ इश्क़ में पड़ने के बाद पता चला
कि "खो" जाना किसे कहते हैं। .

shayari-4

"सुनते हो" कुछ कहना है तुमसे,
छत पर आओ ना,
इन आंखों ने दीदार लेना है तुमसे .

shayari-1

मेरे ख्यालों में बसा हमेशा से तेरा एक ख़्याल रहा है,
ये दिल हमेशा से मेरे अंदर होकर सिर्फ़ तेरा बनकर रहा है .

shayari-2

न जाने ख़ुदा ने किस वक़्त में तेरी आंखों को बनाया होगा,
कि फ़रिश्ते भी इनका वार सहने को त्यार बैठे हैं।। .

shayari-3

सनी सुनाई बातों पर तुम यकीन मत किया करो,
क्यूंकि ज़ुबान से कहीं ज़्यादा सच आंखें बोलती हैं।। .

shayari-4

सपनों में मैंने तेरी एक तस्वीर बना रखी है,
थोड़ा वक़्त निकाल कर अयिएगा ज़रूर उसे देखने,
मैंने दिल के फ्रेम में सज़ा रखी है .

shayari-1

नींद आए या न आए,
लेकिन रात को तेरे ख़्वाब ज़रूर आते हैं,
हक़ीक़त में हालात मिलाएं या न मिलाएं,
लेकिन ख्यालों में ये मुलाक़ात तुमसे अक्सर कराते हैं।। .

shayari-2

तुम्हें चुन लिया है इस दिल ने,
अभी बताना बाकी है,
कितनी मोहब्बत करते हैं तुमसे,
ये भी समझाना बाकी है।। .

shayari-3

जान लेने पर तुले हैं दोनों हमारी
इश्क़ हार नहीं मानता
दिल बात नहीं मानता .

shayari-4

तेरी मोहब्बत में एक अजब सा नशा है
तभी तो सारी दुनिया हमसे खफा है
ना करो तुम हमसे इतनी मोहब्बत
की दिल ही हमसे पूछे बता तेरी धड़कन कहाँ है .

shayari-1

सिर्फ इतना ही कहा है की प्यार है तुमसे
जज्बातो की कोई नुमाइश नहीं
प्यार के बदले सिर्फ प्यार माँगा है
इससे ज्यादा कोई ख्वाहिस नहीं .

shayari-2

सरफिरा समझता है शहर सारा मैं किसको अपने साथ लूँ
और किसको सुनाऊँ दुःख अपना किससे दर्द बाँट लूँ
और मैं तो आपका नंबर नहीं काट सकता और जिंदगी कैसे काट लूँ .

shayari-3

भुला कर सारी दुनिया आज हम इजहार करते हैं
कह तो पहले भी चुके हैं हम लो आज फिर कहते हैं
की हम आपसे बहुत प्यार करते हैं .

shayari-4

तुझे बाहों में लेकर तेरे कान में एक इजहार करना चाहता हूँ
और तुम्हे हर पल मेरी कमी महसूस हो इतना प्यार करना चाहता हूँ .

shayari-4

हमें तुमसे मोहब्बत है चाहे तुम इम्तहान ले लो
चाहो तो दिल ले लो चाहो तो जान ले लो
सुर्ख गुलाब सी तुम हो जिंदगी की बहार सी तुम हो
हर कोई पढ़ने को बेक़रार है पढ़ने वालों की किताब सी तुम हो .

Copyright © 2011 - 2021- All Right Reserved