Bachpan Ka Pyaar Love Shayari❤️ in Hindi | बचपन का प्यार💓

नमस्कार दोस्तों,
आज हम आपके लिए लेकर आए हैं वो यादें जो न भूल सकें — बचपन का प्यार ❤️। वो मासूमियत, वो पहली बार दिल का धड़कना, वो क्लासरूम वाली शर्मीली निगाहें, और गिल्ली-डंडा खेलते हुए दिल का जुड़ जाना। अगर आप Facebook या WhatsApp पर ऐसे स्टेटस की तलाश कर रहे हैं जो बचपन की लव स्टोरी को फिर से जिंदा कर दे — तो ये पोस्ट सिर्फ आपके लिए है।

🍬 एक टॉफी में बँटा था प्यार – Bachpan Ka Pyaar

वो टॉफी, वो चॉकलेट और उसमें छुपे एहसास… जब दिल कुछ कह नहीं पाता था, एक टॉफी सब बयां कर देती थी।

Bachpan Ka Pyaar
Romantic Shayari

🍫 तेरी पसंद की टॉफी लाकर रखता था हर रोज़,
ताकि तुझसे एक मुस्कान चुरा सकूँ बेवजह।

🍬 एक टॉफी के बहाने पास बैठ जाया करता था,
बचपन का इश्क़ यूँ ही मीठा-मीठा था।

🍭 तेरी झोली में टॉफी डालते ही जो तू मुस्कुराती थी,
लगता था जैसे पूरी दुनिया मिल गई हो।

🍫 टॉफी में छुपी थी मेरी मोहब्बत की मिठास,
तू खा जाती थी और मैं तुझे देख कर मुस्कुरा जाता था।

🍬 तेरी एक टॉफी के लिए हर recess में दौड़ लगाता था,
बचपन था या दीवानगी की पहली निशानी थी।

🍭 तेरी खुशी के लिए टॉफी का पूरा डब्बा ले आता,
बस तू कह देती “थैंक यू”, और दिल खिल उठता।

🍬 स्कूल के गेट पर खड़े होके तेरा इंतज़ार करता था,
टॉफी हाथ में और प्यार आँखों में होता था।

🍭 तू कहती थी “मीठा नहीं पसंद”,
पर मेरी दी हुई टॉफी हमेशा रख लेती थी।

🍬 पहली बार “आई लव यू” टॉफी के रैपर पर लिखा था,
तू मुस्कुराई थी, और मुझे लगा इश्क़ हो गया।

🍫 टॉफी देकर जो तेरा हाथ छू जाता था,
दिल धड़कता नहीं, भागने लगता था।

🍬 बिस्किट, टॉफी और वो मासूम सी बात,
तेरे साथ बचपन जैसे त्यौहार बन जाता था।

🍭 जो टॉफी तू नहीं खाती थी,
उसे मैं संभाल कर रखता था, जैसे कोई याद हो।

🍬 कभी-कभी सिर्फ इसीलिए लड़ लेता था,
कि तू रूठे और मैं मना सकूँ टॉफी से।

🍫 टॉफी बाँटने का बहाना,
और प्यार बाँटने की कोशिश होती थी।

🍬 एक टॉफी में जितना प्यार भरा था,
आज की चॉकलेट में भी वो मिठास नहीं।

🍭 जो तू कहती थी “मेरे लिए मत लाया कर”,
बस उसी दिन दो टॉफी ज़्यादा लाता था।

🍬 जब तू किसी और से टॉफी लेती थी,
तो जलन सी होती थी पर कुछ कह न पाता था।

🎠 गिल्ली-डंडा से शुरू हुआ रिश्ता

जहाँ खेलते-खेलते दिल एक-दूसरे से जुड़ गए — और गिल्ली से ज़्यादा इश्क़ चला डंडे पर।

Bachpan Ka Pyaar
Romantic Shayari

🏏 वो खेल में तेरा हारना और मेरी जीतना,
दरअसल दिल का जीत जाना होता था।

🎯 गिल्ली उड़ती थी,
पर निगाहें तुझ पर टिकी रहती थीं।

🏏 तू रन बनाती थी,
और मेरा दिल बैकफुट पर आ जाता था।

🎯 जब तू गिरती थी और मैं हाथ बढ़ाता था,
पता नहीं क्यों दिल कांप जाता था।

🏏 बचपन का वो खेल,
जिसमें दिल हार गया।

🎯 तू जब पगड़ी बांध कर आती थी खेलने,
तो लगता था तू ही मेरी कप्तान है।

🎯 खेल में जब तू चीटिंग करती थी,
मुझे भी प्यारी लगती थी वो शरारतें।

🏏 खेलते-खेलते कब प्यार हो गया,
पता ही नहीं चला।

🏏 तू आउट होती थी,
तो मैं अंपायर से लड़ पड़ता था।

🎯 जब तू रन लेती थी और मेरी तरफ देखती थी,
तो दिल boundary पार कर जाता था।

🏏 तू जब गिल्ली पकड़ती थी,
तो मैं तेरा चेहरा देखता रह जाता था।

🏏 तू बैटिंग करती थी,
और मैं सिर्फ तुझे निहारता था

🏏 तेरी वो हँसी, जब तू आउट होकर भागती थी,
वो मेरी सबसे बड़ी खुशी थी।

🎯 खेल में भी प्यार छुपा होता था,
बस समझने के लिए बचपन कम था।

🏏 तू कहती थी “पकड़ो मुझे”,
और मैं दिल संभालता रह जाता था।

🎯 वो पसीने में भी ताज़गी का एहसास,
तेरे चेहरे पर दिखता था।

🏏 तू कहती थी “मैं जीतूँगी”,
और मैं कहता था “बस तू खुश रहना।”

📖 Class Love Shayari

जहाँ होमवर्क से ज़्यादा नाम के आगे उसका नाम अच्छा लगता था।
बचपन की वो क्लासरूम याद है, जहाँ किताबों में लिखा प्यार था। वो जो पास बैठती थी, तो कॉपी से ज़्यादा उसका चेहरा पढ़ने का मन करता था। टीचर पढ़ाते रहे, पर दिल सिर्फ़ उसी की उपस्थिति पर टिका रहता था।

Bachpan Ka Pyaar
Romantic Shayari

📚 ब्लैकबोर्ड पे सवाल लिखे थे,
पर दिल में तेरा नाम उभरा था।

👧 तू जब मुस्कुराकर देखती थी,
क्लास में हर सब्जेक्ट आसान लगने लगता था।

📖 उसके साथ बैठना,
जैसे दिल को सुकून का पीरियड मिल गया हो।

📓 नाम तेरा स्लेट पर भी लिखा,
ताकि मिटाया न जा सके।

📘 होमवर्क तेरा होता,
और मैं खुश हो जाता था जैसे मेरा हो।

🖊️ तेरे पेन से लिखना,
जैसे तुझसे बात करना हो।

📚 मैं पढ़ाई में पिछड़ जाता,
बस तुझे देखने की होड़ में।

💬 जब तू “मैम, may I come in?” कहती,
दिल जोर से धड़कता था।

📖 तेरे साथ वाली सीट पर बैठना,
जैसे स्कूल का गोल्डन टिकट मिल गया हो।

✂️ तेरे साथ ग्रुप प्रोजेक्ट बनाना,
जैसे कोई लव स्टोरी लिखना।

📄 तू जो सवाल पूछती थी,
मैं जवाब में अपना दिल दे देता।

📝 बेंच पर तेरा नाम खुद से लिखा,
ताकि क्लास के बाद भी तू साथ रहे।

👀 क्लास में सब्जेक्ट तू थी,
और मैं हर चैप्टर में तुझे ढूंढता रहा।

📘 जब तू मेरी कॉपी मांगती थी,
लगता था जैसे दुआ कबूल हुई।

📚 बोर्ड पर टीचर कुछ भी लिखते,
मेरी नज़र सिर्फ तुझ पर होती।

💬 तेरी बातें याद रहती थीं,
नोट्स भूल जाया करता था।

🖊️ जब तू कुछ समझाती थी,
दिल कहता था — ज़िंदगी भी समझा दे।

📓 तू जब नाम पुकारती थी,
लगता था स्कूल में इश्क़ पास हो गया।

📖 क्लास में वो लम्हा सबसे प्यारा था,
जब तू मुस्कुरा कर देखती थी।

💌 First Love Letter

जहाँ इज़हार भी मासूमियत में लिपटा होता था।
बचपन का इश्क़ वो था, जब काग़ज़ नहीं, स्लेट पर लिखा जाता था “I 💖 U”। जब डरते थे कि टीचर देख न लें, और फिर भी हर पंक्ति में उस एक नाम को जोड़ते थे। वो लव लेटर जो शब्दों से ज़्यादा दिल से लिखा जाता था — बिना पोस्ट के, सीधे दिल तक पहुँच जाता था।

Bachpan Ka Pyaar
Romantic Shayari

💌 स्लेट पर तेरा नाम लिखा,
और फिर मुस्कुरा दिया चुपचाप।

🖍️ मिटा तो दिया सब कुछ,
पर दिल की इबारत रह गई तेरे नाम की।

📜 वो पहला लव लेटर, जिसमें शब्द कम थे,
पर एहसास गहरे थे।

✏️ पहली बार कुछ लिखा जो होमवर्क नहीं,
मोहब्बत थी।

💬 तेरे जवाब का इंतज़ार वैसे ही था,
जैसे रिज़ल्ट डे का।

💓 मासूम सा इज़हार था,
पर दिल उस दिन बड़ा हो गया था।

📝 वो जो लिखा था पेंसिल से,
आज भी रगों में दर्ज है।

📖 किताबों के पीछे छुपा वो लव लेटर,
आज भी याद आता है।

💘 कागज़ फाड़ कर जो दिल बनाया था,
उसमें बस तू थी।

🖋️ तेरे लिए पहला खत लिखा,
और डर से उसे छुपा भी लिया।

💞 जब तू मुस्कुरा कर बोली,
“ये क्या है?” — मैं पिघल गया।

📃 पहला इज़हार था, जो जुबां से नहीं,
स्लेट से हुआ था।

💭 वो लव लेटर, जिसमें spelling गलत थी,
पर इश्क़ सच्चा था।

📩 न भेजा कभी पोस्ट से,
फिर भी वो दिल तक पहुँचा था।

💝 नाम तेरा लिखा था,
और हाथ काँपते थे इज़हार करते वक़्त।

💌 खत में तेरी तारीफ़ें नहीं,
बस तेरी मुस्कान की यादें थीं।

📘 वो पहला इज़हार,
जिसे पढ़कर तू blush कर गई थी।

💓 प्यार का पहला सबक,
स्लेट पर ही लिखा था।

❤️निष्कर्ष(Conclusion):-

बचपन का प्यार वो इश्क़ था जो बेझिझक, बेक़सूर और बेइंतहा सच्चा होता है। ना कोई स्वार्थ, ना शक, बस एक टॉफी में बँटा दिल, गिल्ली-डंडे में बसी मोहब्बत, क्लासरूम की खामोश नजरें, और स्लेट पर लिखा पहला इज़हार।

हम बड़े हो गए, ज़िन्दगी बदल गई, लेकिन वो मासूम एहसास आज भी दिल के किसी कोने में ज़िंदा है। वो शायरी सिर्फ़ शब्द नहीं, बचपन की यादें हैं जो हर बार मुस्कान दे जाती हैं।

अगर आपने भी कभी ऐसा बचपन का प्यार जिया है, तो इन शायरियों में खुद को ज़रूर पाया होगा। ये पोस्ट उन तमाम दिलों के लिए है, जिनके लिए “पहला प्यार” अब भी सबसे खास है। 🌈💌

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